दुष्ट ! असहिष्णु!
हे नरेंद्र ! आप तो हिमालय से आये है, कई संतो भिक्षुकों से ज्ञान प्राप्त है, मेरी कोई औकात नही की आप को ज्ञान दूँ किन्तु प्रभु इतने लोड मे काम करते-करते कई किस्से राजा भी अक्सर भूल जाते है, स्मरण हुआ तो आपको भी कह सुनाया बाकी घास खाते-खाते बकरियां अब खेत और किसान भी चट कर रही है, सन्टी चमकाओ अन्यथा फिर गाये भी बकरी खाने पर बाध्य हो जाएगी फिर नो साउंड नो मैं$$$$$है ,मै ,मै ............


X
हे नरेंद्र ! आप तो हिमालय से आये है, कई संतो भिक्षुकों से ज्ञान प्राप्त है, मेरी कोई औकात नही की आप को ज्ञान दूँ किन्तु प्रभु इतने लोड मे काम करते-करते कई किस्से राजा भी अक्सर भूल जाते है, स्मरण हुआ तो आपको भी कह सुनाया बाकी घास खाते-खाते बकरियां अब खेत और किसान भी चट कर रही है, सन्टी चमकाओ अन्यथा फिर गाये भी बकरी खाने पर बाध्य हो जाएगी फिर नो साउंड नो मैं$$$$$है ,मै ,मै ............
0