मनोरंजन के लिए ही सही
ललकारा तो है पांवों की बढियां तोड़ दो गले का फंदा लगा लो! क्यों, गलत कहा? बेड़िया तोड़वाकर बेचारों को बेरोजगार बना दिया अब बेड़ियाँ तोड़वाने के काम से भी फुर्सत मिल गई - अब तो बस आराम ही आराम है। खैर मैं तुम्हे यह याद दिलाना चाहता था कि हमारे समाज का विभाजन नस्लवादी नहीं है।


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ललकारा तो है पांवों की बढियां तोड़ दो गले का फंदा लगा लो! क्यों, गलत कहा? बेड़िया तोड़वाकर बेचारों को बेरोजगार बना दिया अब बेड़ियाँ तोड़वाने के काम से भी फुर्सत मिल गई - अब तो बस आराम ही आराम है। खैर मैं तुम्हे यह याद दिलाना चाहता था कि हमारे समाज का विभाजन नस्लवादी नहीं है।
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- चार वेदों
- भगवान सिंह
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