नारी तू कमजोर नहीं, बाज़ार तेरा मुकद्दर नहीं
जब तुम्हें यह लगने लगे कि तुम एक आत्मा हो जिसके पास एक देह है। जब तुम्हें आई लाइनर, मस्कारा, फेस लाइटेनिंग, ब्लशर, फेस पाउडर गैर जरूरी लगने लगे। जब तुम्हें पता चलने लगे कि तुम्हारा प्रेमी तुम्हारी आत्मा तक पहुंचता है या तुम्हें' एज युटिलिटी' ट्रीट करता है। जब तुम यह समझने लगो कि पिता जो तुम्हारी फिक्र करते हैं वह पितृसत्तात्मक दमन या पैट्रियार्की नहीं उनका प्रेम है।


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जब तुम्हें यह लगने लगे कि तुम एक आत्मा हो जिसके पास एक देह है। जब तुम्हें आई लाइनर, मस्कारा, फेस लाइटेनिंग, ब्लशर, फेस पाउडर गैर जरूरी लगने लगे। जब तुम्हें पता चलने लगे कि तुम्हारा प्रेमी तुम्हारी आत्मा तक पहुंचता है या तुम्हें' एज युटिलिटी' ट्रीट करता है। जब तुम यह समझने लगो कि पिता जो तुम्हारी फिक्र करते हैं वह पितृसत्तात्मक दमन या पैट्रियार्की नहीं उनका प्रेम है।
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