आतंकवाद से मुकाबले के लिए भारत और यूएई का साझा कदम
आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि इस वैश्विक संकट से मुकाबला करने के लिए भारत और यूएई का साझा कदम
Admin1 | Updated on:5 Dec 2017 1:11 PM GMT
आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि इस वैश्विक संकट से मुकाबला करने के लिए भारत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजूदत अहमद अल्बन्ना ने मंगलवार को आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि इस वैश्विक संकट से मुकाबला करने के लिए उनका देश नियमित रूप से भारत से जानकारियां साझा कर रहा है। यहां प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक सवाल के जवाब में अल्बन्ना ने कहा, "हम काफी जानकारियां साझा कर रहे हैं और हमने जानकारी के आदान-प्रदान के लिए एक तंत्र बनाया है।"
उन्होंने कहा, "हम आतंकवाद की निंदा करते हैं, हम चरमपंथ की निंदा करते हैं। हम उन सभी संगठनों, जो संयुक्त राष्ट्र या किसी अन्य देश या हमारे देश द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध हैं, उनसे मुकाबला करने के लिए दुनिया के विभिन्न देशों के साथ-साथ भारत के साथ भी बेहद करीब से मिलकर काम कर रहे हैं।"
अल्बन्ना ने यह भी कहा कि उनका देश उन लोगों के खिलाफ भी लड़ रहा है, जो पड़ोसी देश कतर में आतंकवादियों की वित्तीय मदद कर रहे हैं।
इस साल की शुरुआत में सऊदी अरब के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र ने आतंरिक मामलों में दखल देने, आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने और आतंकवादी नेताओं व आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कतर से राजनयिक संबंध खत्म कर लिए थे।
भारत-संयुक्त अरब अमीरात के आर्थिक संबंधों पर अल्बन्ना ने कहा कि उनका देश भारत के 'राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष' में 75 अरब डॉलर का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है और दो महीने पहले एक अरब डॉलर का हस्तांतरण किया गया था।
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