मनोज तिवारी का बीजेपी दिल्ली अध्यक्ष के रूप कार्यकाल पूरा, आदेश कुमार गुप्ता बने नए प्रदेश अध्यक्ष

  • whatsapp
  • Telegram
  • koo
दिल्ली प्रदेश, दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष मनोज तिवारी, आदेश कुमार गुप्ता, Adesh Kumar Gupta,  Actor-politician Manoj Tiwari, Bharatiya Janata Party (BJP), delhi-bjp-president-manoj-tiwari-replaced-by-adesh-kumar-gupta-as-new-presidentमनोज तिवारी का बीजेपी दिल्ली अध्यक्ष के रूप कार्यकाल पूरा, आदेश कुमार गुप्ता बने नए प्रदेश अध्यक्ष

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष के रूप में मनोज तिवारी की जगह आदेश कुमार गुप्ता को नियुक्त किया, अभिनेता से राजनेता बने भाजपा सांसद मनोज तिवारी का दिल्ली प्रदेश के रूप में अध्यक्षीय कार्यकाल 6 माह पूर्व ही पूरा हो चुका था। आदेश कुमार गुप्ता, जिनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से होगी, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर रह चुके हैं।

पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा एक बयान में इस निर्णय की घोषणा की गई।

गुप्ता ने कहा, "पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के पद पर एक पार्टी कार्यकर्ता को नियुक्त करने के लिए मैं पीएम नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं का आभारी हूं।" "इस कोरोनावायरस महामारी के माहौल में पार्टी बेस का विस्तार और समेकन करना चुनौतीपूर्ण होगा।" उन्होंने आगे कहा, "दिल्ली में, हमें जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है। हमें और अधिक लोगों तक पहुंचने और एक अधिक सर्वांगीण संगठन बनाने की जरूरत है, ताकि हम अपने मतदाता आधार को बढ़ा सकें।"

सूत्रों का कहना है कि तिवारी ने फरवरी 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) से भाजपा को मिली करारी हार के बाद पद छोड़ने की पेशकश की थी उस समय उनका कार्यकाल भी समाप्त हो गया था। लेकिन विकल्प नहीं मिलने तक इसे जारी रखने के लिए कहा गया था।

आदेश गुप्ता की नियुक्ति को लेकर सूत्र बता रहे हैं कि कई लोग उनकी नियुक्ति को एक संकेत के रूप में देख रहे हैं कि भाजपा एक बार फिर से राजधानी में अपने मुख्य समर्थन समूह - वैश्य समुदाय को अपनी तरफ लाने की कोशिश कर रही है?

लोगों का कहना है कि तिवारी भाजपा के लिए अनेक बार एक विवाद का विषय बन चुके हैं। हाल ही में, उन्हें AAP और अन्य लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर उन तस्वीरों को लेकर निशाना बनाया गया था जिसमें वह तालाबंदी के नियमों का उल्लंघन करते हुए पड़ोसी राज्य हरियाणा में एक अकादमी में क्रिकेट खेलते हुए दिखाई दिए थे।

2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के पूरे अभियान में उनके बयान लोगों के मनोरंजन का एक दैनिक स्रोत बन गए थे, AAP ने बीजेपी के इस अभिनेता -नेता का उनके गानों का इस्तेमाल करते हुए मजाक भी उड़ाया।

ज्ञात हो कि तिवारी ने 2013 में समाजवादी पार्टी में अपने एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे उन्होंने 2014 का लोकसभा चुनाव भाजपा कि तरफ से पूर्वी दिल्ली से लड़ा और जीता।

पार्टी ने जब दो साल बाद ही दिल्ली जैसे प्रदेश का भाजपा प्रमुख नियुक्त किया तो विजय गोयल और रमेश बिधूड़ी जैसे अन्य अनुभवी नेताओं में इस विषय को लेकर बहुत नाराजगी थी। उस समय तिवारी की इस नियुक्ति ने कई लोगों को आश्चर्यचकित किया क्योंकि भाजपा में अधिकांशतः संगठनात्मक पदों को पार्टी विचारधारा के कट्टर अनुयायियों को ही दिया जाता रहा है जबकि उस समय तक तिवारी का ऐसा कोई रिकार्ड नहीं था।

दिल्ली प्रदेश जहाँ दिल्ली भाजपा में हमेशा गुटबाज़ी/खेमेबंदी का ही ज़ोर रहा है वहाँ श्री तिवारी, जो एक भोजपुरी गायन स्टार-राजनेता हैं को आज तक एक "बाहरी व्यक्ति" के रूप में ही माना/पहचाना जाता रहा है। साथ ही मनोज तिवारी का अपना व्यक्तित्वय अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) को प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में असमर्थ रहा वो दिल्ली के भाजपा कार्यकर्ताओं में कोई भरोसा पैदा नहीं कर सके जिस कारण 2019 लोकसभा की सातों सीटें जीतने वाली भाजपा को मात्र 7 महीने बाद ही हुये 2020 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल के सामने एक बुरी हार का सामना करना पड़ा और केजरीवाल अपने दूसरे कार्यकाल में भी रिकार्ड सीटों के साथ दिल्ली की सत्ता पर काबिज हो गए।

Share it