दिव्यांगों ने मिलकर दिल्ली में किया "राष्ट्रीय दिव्यांग सेना" नामक पार्टी का गठन

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दिव्यांगों ने मिलकर दिल्ली में किया राष्ट्रीय दिव्यांग सेना नामक पार्टी का गठनदिल्ली में किया गया "राष्ट्रीय दिव्यांग सेना" पार्टी का गठन

दिव्यांग का अगर एक अंग किसी भी वजह से कमजोर है तो दूसरा अंग उतना ही ज्यादा स्ट्रांग है और वह साधारण लोगों से ज्यादा असाधारण और स्ट्रांग हो जाता है । असाधारण की ताकत भी असाधारण ही होती है। यानि अगर किसी दिव्यांग के पैर या हाथ खराब है तो उसका जो मस्तिष्क है उसका दिमाग है वह बहुत ज्यादा एक्टिव हो जाता है। विज्ञान ने भी माना है कि इसे पृकृति ने भी बैलेंस करके रखा हुआ है।

दिव्यांगों में बहुत कुछ करने की ताकत है दिव्यांगों में देश को बदलने की ताकत है दिव्यांगों में देश को आगे ले जाने की भी ताकत है। यही साबित करने के लिए आज देश भर से आए दिव्यांगों ने दिल्ली के जन्तर मन्तर पर "राष्ट्रीय दिव्यांग सेना" पार्टी ने की घोषणा करने के साथ ही उसके राजनीति में उतरने की भी घोषणा की और राजनीति द्वारा देश को बदलने का संकल्प भी लिया है।

दूसरे लोगों के तरह दिव्यांग भी यह कोशिश करते हैं जिस देश में पैदा हुए उस देश के लिए ज्यादा से ज्यादा अपना सहयोग कर सके।



आज देश-विदेश से लाखों में दिव्यांग जंतर मंतर पर एकत्रित हुए हैं। राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के अध्यक्ष बादल, राष्ट्रीय सचिव नन्ने लाल शर्मा, जनरल सेक्रेट्री एंड लीगल एडवाइजर अनिता गुप्ता के द्वारा प्रोग्राम आयोजित किया गया।

हिंदुस्तान भर से आए अनेक दिव्यांगों ने अपनी समस्या से अवगत कराया। इंटरनेशनल सिंगर पंकज जेसवानी भी वहां पर उपस्थित थे जिन्होंने प्रोग्राम में अपने गानों के द्वारा लोगों को मंत्रमुग्ध किया।


मां शक्ति की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिता गुप्ता को "राष्ट्रीय दिव्यांग सेना" ने राष्ट्रीय महासचिव एवं कानूनी सलाहकार के पद से सुशोभित किया। दिव्यांगों के साथ किन्नरों को भी पार्टी में शामिल किया गया है। इस अवसर पर "मां शक्ति" की संगीतमय शाखा ने अपने आशा भोंसले फैंस ग्रुप के द्वारा से गानों के माध्यम से लोगों से मरने से पहले ही नेत्र, अंग ओर शरीर दान करने की अपील की, साथ ही बताया कि किस प्रकार हम नेत्रदान करके भारत को अंध मुक्त भारत बना सकते हैं ।

"मां शक्ति" की दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्षा श्रीमती नीरू सहगल ने दिव्यांगो के द्वारा फैशन शो कराया और संदेश दिया कि दिव्यांग किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है ।

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