"अनस कुरैशी" ने भगवा का उड़ाया मज़ाक, विरोध करने पर पुजारी की बेरहमी से हत्या

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अनस कुरैशी ने भगवा का उड़ाया मज़ाक, विरोध करने पर पुजारी की बेरहमी से हत्या"अनस कुरैशी" ने भगवा का उड़ाया मज़ाक, विरोध करने पर पुजारी की बेरहमी से हत्या

अभी महाराष्ट्र के पालघर में बेरहमी से पीट-पीटकर की गई साधुओं की हत्या को अधिक दिन नहीं हुये, जब वहाँ के कुछ अतिवादियों ने पुलिस के सामने ही (या पुलिस की मिलीभगत से) दो निर्दोष संतों पर लाठी और लोहे की छड़ से हमला किया और उनकी जान ले ली। पालघर की उस घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था।

इस बार मामला मेरठ, उत्तर प्रदेश के एक इलाके का है, इस बार भी शिव मंदिर के पुजारी को बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला गया। पालघर की घटना के बाद थोड़े ही समय के मध्य उत्तर प्रदेश में ही ये दूसरा मामला है इससे कुछ दिन पहले ही बुलंदशहर के क्षेत्र में भी इसी प्रकार साधुओं की हत्या की गई थी।

मेरठ की इस घटना में मुस्लिम समुदाय का अनस कुरैशी और उसके साथी शिव मंदिर के पुजारी की हत्या के आरोपी हैं। कांति प्रसाद भावनपुर, मेरठ के अब्दुल्ला बाजार में एक शिव मंदिर के पुजारी थे एवं मंदिर परिसर में ही उनकी एक दुकान भी है। वह दुकान के साथ ही उस मंदिर की साफ-सफाई व पूजा कार्य भी करते थे। वह पीले कपड़े पहनते थे और उनके कन्धे पर एक भगवा गमछा पड़ा रहता था। स्थानीय निवासी उन्हें हमेशा एक संत के रूप में देखते थे।

सूत्रों के अनुसार घटना वाले दिन, कांति प्रसाद बिजली बिल का भुगतान करने गंगानगर गए थे। उनके लौटते समय रास्ते में ग्लोबल सिटी के पास गाँव के ही अनस कुरैशी नामक मुस्लिम युवक ने उन्हें परेशान करना एवं धार्मिक टिप्पणियाँ करना शुरू कर दिया इसके साथ ही अनस ने कांति प्रसाद के गले में पड़े भगवा रंग के गमछे का भी मजाक उड़ाया। इस पर कांति प्रसाद ने अनस का विरोध किया। लेकिन अनस ने कांति प्रसाद की बात नहीं मानी और बात बढ़ती गई। अनस ने बीच सड़क पर ही उनके साथ मर-पीट शुरू कर दी। बुजुर्ग कांति अधिक समय तक अनस का विरोध नहीं कर पाये और पीटते रहे। अनस उन्हें सड़क पर पड़ा छोड़कर भाग गया।

उसके बाद किसी प्रकार कांति प्रसाद गाँव पहुंचे फिर उसके परिवार वालों से शिकायत करने के लिए अनस के घर चले गए। उनके पीछे-पीछे अनस भी अपने घर पहुँच गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, अनस और उनके परिवार ने कांति प्रसाद की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। जब कांति की इस हालत की खबर उनके घर वालों को मिली तो वो अनस के घर से उन्हें लेकर थाने पहुँचे, लेकिन पिटाई से लगी चोटों के कारण कांति की हालत बिगड़ने लगी और उन्हें तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया । गंभीर चोटों के कारण हालत अधिक बिगड़ जाने इलाज़ के समय मंगलवार कांति प्रसाद की मौत हो गई।

कांति प्रसाद की बयान के आधार पर पुलिस ने अनस के खिलाफ धार्मिक टिप्पणी करने, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली। साधू की पिटाई से हुई हत्या पर कुछ स्थानीय हिन्दू संगठन के लोग थाने पहुँचे, सूत्रों के अनुसार मामला बढ़ता देख पुलिस ने अनस को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है लेकिन उसके अन्य साथी अभी फरार हैं।

इस बीच, स्थानीय लोग संत के शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए। तनाव के हालातों को देखते हुये गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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