श्रीमद्भागवत गीता का समयकाल
इस लंकावतार सुत्त में महाभारत और व्यास जी का स्पष्ट उल्लेख है, इससे सिद्ध है कि लंका के बौद्ध भी महाभारत और व्यास की प्राचिनता और वास्तविकता को मानते थे और जब महाभारत का उल्लेख बौद्ध साहित्य में है तो महाभारत में राम और रामायण के उल्लेख होने से रामायण की प्राचीनता स्वतः सिद्ध हो जाती है। साथ में ये भी सिद्ध होता है कि रामायण,महाभारत बौद्धो की नकल नही बल्कि बौद्ध साहित्यों द्वारा राम, भीम आदि पात्र रामायण और महाभारत में से बहुत बाद में नकल किए गए हैं।


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इस लंकावतार सुत्त में महाभारत और व्यास जी का स्पष्ट उल्लेख है, इससे सिद्ध है कि लंका के बौद्ध भी महाभारत और व्यास की प्राचिनता और वास्तविकता को मानते थे और जब महाभारत का उल्लेख बौद्ध साहित्य में है तो महाभारत में राम और रामायण के उल्लेख होने से रामायण की प्राचीनता स्वतः सिद्ध हो जाती है। साथ में ये भी सिद्ध होता है कि रामायण,महाभारत बौद्धो की नकल नही बल्कि बौद्ध साहित्यों द्वारा राम, भीम आदि पात्र रामायण और महाभारत में से बहुत बाद में नकल किए गए हैं।
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