साहित्य - Page 11
महाशिवरात्रि -2
गतांक से आगे मूर्ति-पूजक भारतीय संस्कृति पर अनवरत अंतर्बाह्य आक्रमण चल रहे हैं। 6 फरवरी को मीनाक्षी मंदिर और केरल के कुछ और मंदिरों पर हमला हुआ। सोमनाथ पर आक्रमण लूट के लिए कम आस्था पर आक्रमण अधिक था। आज भी लोग मजाक बनाते हैं कि जब सोमनाथ पर आक्रमण हुआ ब्राह्मण शिवलिंग के भरोसे...
डॉ॰ मधुसूदन उपाध्याय | 13 Feb 2018 1:45 PM ISTRead More
महाशिवरात्रि -1
पिछले वर्ष शिवरात्रि की पूर्वसंध्या आईआईटी बाम्बे-मोनाश फेलो मित्र ने फोन किया तो उनका पहला प्रश्न था कि उपाध्यायजी कल आप भी लिंग (phallus) पूजा तो नहीं करेंगे। शिव से संबंधित मेरी कुछ पोस्ट्स से उनको यकीन हो चुका था कि मैं साइंटिस्ट नहीं हो सकता। भरसक समझाया मित्र को, नहीं माने।...
डॉ॰ मधुसूदन उपाध्याय | 13 Feb 2018 12:15 PM ISTRead More
नारी तू कमजोर नहीं, बाज़ार तेरा मुकद्दर नहीं
सुनो, 🚺 जब तुम यह समझने लगो कि अमृता, साहिर इमरोज के बीच और जो भी है प्रेम नहीं है 🚺 जब तुम और तुम्हारा प्रेम वैलेंटाईन जैसे चोंचलों से दूर हों 🚺 जब तुम्हें यह लगने लगे कि तुम एक आत्मा हो जिसके पास एक देह है 🚺 जब तुम्हें आई लाइनर, मस्कारा, फेस लाइटेनिंग, ब्लशर, फेस...
डॉ॰ मधुसूदन उपाध्याय | 12 Feb 2018 6:09 PM ISTRead More
UPA-यूरिया भ्रष्टाचार: एवं मोदी सरकार
कल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी महोदय के भाषण में उन्होंने नीम कोटेड यूरिया एवं उसकी किसानों को हुई सुविधा के बारें मे कहा तो कुछ बातों का स्मरण होना स्वाभाविक था। अटल सरकार को हराकर सन 2004 में सत्ता ये आने के पश्चात युपीए सरकार में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। पहला यूरिया एवं डीएपी...
Mandar Dilip Joshi | 8 Feb 2018 8:16 PM ISTRead More
सत्यानासी (भाग -2)
कम्युनिस्ट आन्दोलन की विफलता साम्यवाद की विफलता नहीं है, न ही यह मार्क्सवाद की व्यर्थता का प्रमाण है। यह उन असावधानियों की देन है, जिनमें से कुछ कम्युनिस्ट मैनिफेस्टो में भी दिखाई देती हैं। अपनी विफलता के बाद भी कम्युनिस्ट आन्दोलन ने, विशेषत: रूसी क्रान्ति ने, केवल सोवियत संघ को ही नहीं, उससे प्ररित...
Bhagwan Singh | 6 Feb 2018 4:15 PM ISTRead More
सत्यानासी (भाग -1)
मैंने बचपन में यह नाम नहीं सुना था। भारतीय कृषि और वानिकी को चौपट करके खाद्यान्न के मामले में परनिर्भर बनाने के कुछ विश्वासघाती उपक्रम किसी देश द्वारा किए गए। इसी का परिणाम था कुछ वनस्पतियों का बहुत कम समय में भारत के सुदूर कोनों में फैल जाना। इनका नामकरण यदि पारिभाषिक शब्दावली तैयार करने वाली...
Bhagwan Singh | 3 Feb 2018 12:15 PM ISTRead More
कोई चिदम्बरम को आईना लेकर दो
मैं अमूमन राजकीय गतिविधियों पर टिपण्णी करता हूँ। कारण भी है - राजनेता जितना नाट्यमय और अविश्वसनीय व्यवहार करते हैं उतना इतरत्र कहीं दिखाई नहीं देता है। आज बजट पर टिपण्णी करते हुए "चिदंबरम ने जो कहा, उस से मैं बड़ा अचंभित हुआ।आज वित्तमंत्री अरुण जेटली जी ने संसद में बजट प्रस्तुत...
कृष्ण धारासूरकर | 1 Feb 2018 9:45 PM ISTRead More
दुष्ट ! असहिष्णु!
एक राजा आखेट पर थे कुछ नरभक्षियों को निपटा रहे थे, अचानक एक "चार्वाक" टाइप के कथित साधु ने उन्हें लपेटे मे ले लिया, "तुम जीवो पर दया नही करते, तुम हिंसक हो, आखेट मे तुम रस लेते हो, तुम भार हो धरती पर दुष्ट ! असहिष्णु!" विनीत राजा ने सर झुकाये बहुत सफाई दी लेकिन कथित साधु ने एक नही सुनी, डपट...
Govind Purohit | 29 Jan 2018 7:42 PM ISTRead More
शिकारी और शिकार
बब्बर शेर जब शिकार करते है तब झुण्ड में चलते हैं। उनके शिकार अमूमन बड़े शाकाहारी प्राणी होते हैं। जब वे किसी शिकार प्रजाति का झुण्ड देखते हैं तो तुरंत हमला नहीं करते। शेरों की टोली के सदस्य एक योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाते हैं, और जब सारी तैय्यारी हो जाती है तब एक शेर अचानक उठ...
कृष्ण धारासूरकर | 29 Jan 2018 7:12 PM ISTRead More
आतंक का एक ही धर्म "हिन्दू" : सेक्युलर+ बिकाऊ मीडिया
ये उसी बस ड्राइवर का इंटरव्यू है जिस बस पर पत्थर फेंकने का अपराधी करनी सेना के लोगों को मीडिया वाले ठहरा चुके हैं। प्रायः सभी मीडिया वालों ने इसको दिखाकर निर्णय दे दिया कि करनी सेना एक आतंकवादी लोगों का गिरोह है। दरअसल फ़िल्म में क्या है क्या नहीं, ये तो देखने के बाद समझ मे आयेगा। और एक...
Dr. Tribhuwan Singh | 25 Jan 2018 9:30 PM ISTRead More
किस्सा ए हिजरा : कॉमिकल, पार्ट-3
1920 की बातें तो नई लग सकती हैं पर हिजरा की एक छोटी मोटी कोशिश 2014 में भी हुई थी। हालांकि इस बार मामला इस्लाम खतरे में है, का नहीं बल्कि शिया-सुन्नी जंग का नतीजा था। मामला कागजी रह गया लेकिन दावे तो दोनों ने ही अपने दस-दस लाख वालंटियर इराक भेजने के किए थे। मई 2014 में इराक के शहर...
Adarsh Singh | 25 Jan 2018 7:12 PM ISTRead More
विद्यावन्तं यशस्वन्तं लक्ष्मीवन्तञ्च मां कुरु
हमारा भारत और हिन्दू धर्म दुनिया से इस मायने में अलग और विलक्षण है कि हमने हमेशा ज्ञान के महत्त्व को सबसे पहले समझा और इसे बाकी सब चीजों के ऊपर रखा। दुनिया की अलग-अलग सभ्यताओं और संस्कृतियों में जहाँ भोजन, आवास, सुरक्षा आदि को क्रमिक विकास के केंद्र में रखा गया है वही हमारे यहाँ सबसे पहले 'ज्ञान'...
Abhijeet Singh | 22 Jan 2018 3:15 PM ISTRead More
Terrorists checked Religious Identity by remove their pants to check for circumcision
20 शवों की खुली पैंट से निजी अंग थे बाहर, पहलगाम आतंकियों ने ऐसे की थी धार्मिक पहचान
Waqf Amendment Bill, 2025: Create A New Chapter in India’s Waqf Legacy
South Asian University Opens Applications for 2025-26 Academic Session
Vijay Goel Leads Samvidhan Samman Yatra from Red Fort to Fatehpuri Masjid
संविधान सम्मान यात्रा : विजय गोयल के नेतृत्व में 76वें संविधान दिवस पर लाल किले से फतेहपुरी मस्जिद तक